Ganesh Chaturthi 2021: गणेश चतुर्थी पर ऐसे करें पूजन, खुश होंगे गणपति, जानें पूजा विधि, मुहूर्त
शास्त्रों के अनुसार गणेश भगवान को प्रथम पूजनीय बताया गया है। गणेश जी की पूजा अपने आप में ही बहुत महत्वपूर्ण व कल्याणकारी है। चाहे वह किसी कार्य की सफलता के लिए हो या फिर किसी भी प्रकार की कामना पूर्ति के लिए की जाए। यही नहीं किसी संकट मे पड़े हुए दुखों से निवारण हेतु भी गणपति की पूजा करना लाभदायक माना जाता है। शास्त्रों में भी सर्वप्रथम गणपति बप्पा की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है।
गणपति पूजन से पहले नित्य क्रियाओं से निवृत्त होकर शुद्ध आसन पर बैठकर सभी पूजन सामग्री को एकत्रित करें।
पुष्प, धूप, दीप, कपूर, रोली, मौली लाल, चंदन, दूर्वा ,मोदक आदि एकत्रित करें। तदोपरांत गणेश जी को तिलक करें और दूर्वा चढ़ाएं फिर दीया प्रज्वलित करके गणपति बीज मंत्र “ॐ गं गणपतेय नमः” की एक माला का जाप करें। गणपति को पुष्प चढ़ाएं और मोदक का भोग लगाएं। गणपति को मोदक अत्यंत प्रिय है इसलिए मोदक चढ़ाने से गणपति अत्यंत प्रसन्न होते हैं।
जानिए मूर्ति स्थापना का शुभ मुहूर्त—
इस दिन पूजा का और गणेश स्थापना का शुभ मुहूर्त प्रातः 11:03 से दोपहर 1 बजकर 33 मिनट तक है।
गणपति स्थापना का सबसे अच्छा मुहूर्त 2 घंटे 30 मिनट तक का रहेगा और इस मुहूर्त में गणपति की स्थापना शुभ लाभदायक होगी।